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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिले साहित्य सम्मान विजेता रचनाकार, सीएम ने दी बधाई

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ साहित्य सम्मान विजेता रचनाकार  - फोटो : amar ujala यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज अपने पांच कालिदास मार्ग स्थित आवास पर 2017 के साहित्य सम्मान प्राप्त रचनाकारों से मिले और उन्हें बधाई दी। सम्मान समारोह का आयोजन बुधवार को उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान के यशपाल सभागार में हुआ था। समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मुख्य अतिथि के तौर पर आना था लेकिन वो किसी कारणवश नहीं पहुंच सके। ऐसे में हिंदी संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. सदानंद प्रसाद गुप्त, निदेशक हिंदी संस्थान शिशिर, प्रमुख सचिव भाषा जितेंद्र कुमार ने साहित्यकारों को सम्मानित किया था। बृहस्पतिवार को सीएम ने सम्मानित रचनाकारों से मिलकर उन्हें बधाई दी। बुधवार को हुए कार्यक्रम में हिंदी संस्थान की ओर से वर्ष 2017 का प्रदेश का सबसे प्रतिष्ठित भारत भारती सम्मान भोपाल के साहित्यकार डॉ. रमेश चंद्र शाह को दिया गया। उन्हें गंगा प्रतिमा, अंगवस्त्र, ताम्रपत्र और 5 लाख रुपये की नकद धनराशि दी गई। गोरखपुर के वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. रामदेव शुक्ल को हिंदी गौरव सम्मान, नोएडा के डॉ. रामग

Stress might lead to memory loss and brain shrinkage, study says(HINDI ALSO )

Story highlights High levels of stress hormones are linked to memory loss, study says Effects are evident in mid-life years, before symptoms appear प्रौढ़ावस्था तक आते आते लगातार बने रहने वाली रोज़मर्रा की स्ट्रेस अपना रंग  दिखाने लगती है। भले इसके लक्षण प्रकट हों न हों ,गुप्त बने रहें।  याददाश्त का साथ छोड़ते चले जाना दिमाग का सिकुड़कर छोटा होने लगना पूरे दिमाग के चुंबकीय अनुनाद चित्रांकन से प्रकट होने लगता है।दिमाग की बोध संग्रहण प्रक्रिया (Cognitive Function )छीजने लगती है।  अतिरिक्त सावधानी बरतते समय किसी आसन्न संकट की आहट पर बचाव के लिए कमर कसने या फिर मैदान छोड़कर भाग खड़े होने के लम्हात में स्ट्रेस हारमोन अधिवृक्क ग्रंथि (adrenal gland )ज्यादा बनाने लगती है। ऐसे में यह स्ट्रेस हारमोन कोर्टिसोल अपना काम मुस्तैदी से करने के लिए सौ फीसद अंजाम देने की ताक में शेष शरीर क्रियाविज्ञान को एक तरह से ताला मारने लगता है।दवाब के क्षण हटें यहां तक तो सब ठीक लेकिन बने रहने पर इसका खामियाज़ा व्यक्ति को एंग्जायटी के वजन के बढ़ने के साथ -साथ हृद रोगों ,वजन में वृद्धि ,अवसाद ,नींद लेने

#Metoo क्या शय,लघु कविता की लघु लय -डॉ.वागीश मेहता नन्द लाल

#Metoo क्या शय,लघु कविता की लघु लय  -डॉ.वागीश मेहता नन्द लाल  #Metoo क्या शय है ,लघु कविता की लघु लय है।  वह कविता जिसकी अधूरी आस रह गई , तभी तो दिल में कहीं फांस रह गई।  #Metoo क्या शय ,लघु कविता की लघु लय. वह कविता जिसकी अधूरी आस रह गई , तभी तो दिल में कहीं फांस रह गई।   कविता ग़र पूरी होती तो कोई बात थी , तब इस #Metoo की क्या बिसात थी।  बतलातें चलें आपको यह एक लम्बी कविता होगी जिसका पहला बंद आपके सामने खुला है।वागीश जी ने सद्य ये राग छेड़ा है। हमारा यह सौभाग्य है वागीश जी और हमारे बीच में एक हॉट लाइन है वरना कहाँ अमरीका का कैन्टन ,मिशिगन राज्य और कहाँ  हरयाणा राज्य का गुरुग्राम भारत की सिलिकॉन वेळी।    भारत की अस्मिता अखंडता सम्प्रभुता को पलीता लगाने वाले तमाम किरदार आपको इस लम्बी कविता में दिखलाई दे जाएंगे अनायास ही कोई बहुत प्रयास नहीं करना पड़ेगा  आपको।एक बानगी एक झलक ये भी मिलेगी - जनेऊ दिखाने वाला सुरजा , जिसका अपना कोई नहीं पुर्जा।  शक्कर खोरे का अपना गुरूर , आखिर तो वह किसी का सुरूर।   ज्योतिष में जिसे 'राहू ' कहते हैं राजनीति में कहलाता है 'राहुल&