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फिर मर्यादा भूला जरजिस

ममता के पालतू पिठ्ठू और मवालियों की एक बे -मिसाल मिसाल हैं मौलाना जरजिस अंसारी  ममता का मौलाना जरजिस , तार तार मर्यादा जरजिस ,  ममता की बोली है जरजिस , ममता का बंगाल है जरजिस , गुर्राता महिलाओं को है , ममता का मौलाना जरजिस। मुख्त्यारी अंसार (मुख्तारी अंसार )का , भैया चचाजान  है ,चच्चा  जरजिस।  भागा फिरता है योगी से , यूपी की जेलों से जरजिस।  दुष्कर्मी सिरमौर है जरजिस , दुष्कर्मी निर्ममता जरजिस। तार -तार मर्यादा जरजिस , ममता का मौलाना जरजिस।  फिर मर्यादा भूला जरजिस , खुद अपना ही काल है जरजिस।       https://www.youtube.com/watch?v=Z3X1XFJGBGM #HumHindustani   #MaulanaJarjisAnsari   #MamataBanerjee Hum Hindustani : फिर मर्यादा भूला जरजिस  Maulana Jarjis Ansari | West Bengal Election | Mamata Banerjee  

कहते को कही जान दे ,गुरु की सीख तू लेय , साकत जन औ स्वान को ,फेरि जवाब न देय

कबीर तहाँ न जाइये जहां सिद्ध को गाँव , स्वामी  कहै  न बैठना ,फिर फिर पूछै नांव।   भावसार :अपने को सर्वोपरि अभिमानी मानने वाले  सिद्ध पुरुषों के स्थान पर भी मत जाओ क्योंकि स्वामी जी आपको ठीक से बैठने के लिए भी  नहीं कहेंगे ,बार बार  आपसे आपका नामा पूछेंगे। आवत ही हरखे नहीं ,नैनं नहीं सनेह, तुलसी तहाँ न जाइये चाहे कंचन बरखे मेह। भावसार :जहां आपके प्रति आदर का भाव न हो वहाँ  हरगिज़ न जाइये ,चाहे वह घर कितना ही धनधान्य से परिपूर्ण हो ,भले वहां सोना बरसता हो।   गारी ही से उपजै ,कलह कष्ट औ मीच , हारि चलै सो संत है ,लागि मरै सो नीच।  भावसार :गाली गलौंच से झगड़ा संताप ,मरने मारने तक की नौबत आ जाती है , इससे अपनी हार मानकर विरक्त होकर जो चलता है ,वही संत है। गाली गलौंच में जो व्यक्ति मरता है वही नीच है।  झूठे सुख को सुख कहे ,मानत है मन मोद , खलक चबैना काल का ,कुछ मुख में कुछ गोद।  भावसार :अरे मूरख  जीव तू झूठे सुख को सुख कहता है और गर्व से फूले नहीं समाता ,मन में प्रसन्न होता है ,देख यह सारा संसार मृत्यु के लिए उस भोजन के समान है जो कुछ तो मुख में है शेष थाली (गोद )में है।  इष्ट मिले अरु मन मिले